अनिल अंबानी (Anil ambani) की कर्ज में फंसी कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital Limited) के शेयरों में आज बुधवार को भी लगातार तेजी देखने को मिल रही है। कंपनी के शेयर शुक्रवार से लगातार अपर सर्किट को हिट कर रहा है। दरअसल, यह तेजी उस खबर के बाद है, जिसमें यह कहा गया है कि रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए अडानी, पीरामल, केकेआर जैसी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई हैं।
पीटीआई ने मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने हवाले से यह बताया कि रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए अडानी फिनसर्व (Adani Finserve), केकेआर (KKT), पीरामल फाइनेंस और पूनावाला फाइनेंस (Poonawala Finance) समेत 14 प्रमुख कंपनियों ने रूचि दिखाईं हैं। ये कंपनियां कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई हैं। इस खबर के बाद से रिलायंस कैपिटल के शेयरों में हर दिन 5% तक की तेजी देखी जा रही है।
लगातार चार ट्रेडिंग सेशंस से अपर सर्किट में शेयर
रिलायंस कैपिटल के शेयर (Reliance capital stock price) आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 4.97 पर्सेंट उछल कर 15.83 रुपये पर पहुंच गए। इससे पहले मंगलवार को भी कंपनी के शेयर में अपर सर्किट लगा था और यह 15.08 रुपये पर बंद हुए थे। सोमवार को रिलायंस कैपिटल के शेयर 4.97 पर्सेंट की तेजी के साथ 14.37 रुपये पर अपर सर्किट पर फंसे रहे। 11 मार्च को भी कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लगा था और यह 5 फीसदी तक ऊपर चढ़कर 13.70 रुपये पर बंद हुए थे। 10 मार्च को इसका बंद भाव 13.2 रुपये था जो अब बढ़कर 15 रुपये के पार पहुंच गया है। इस दौरान कंपनी के शेयर ने करीबन 20 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। बता दें कि कंपनी के शेयर का 52 वीक हाई 30.80 रुपये है, जो 24 जून 2021 को पहुंचे थे। मार्केट कैप 400 करोड़ रुपये है
25 मार्च है बोली लगाने की अंतिम तारीख
रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां दाखिल करने की तारीख भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नियुक्त प्रशासक ने 11 मार्च निर्धारित की थी जिसे अब बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया है। बोली दाखिल करने की समयसीमा कुछ संभावित बोलीदाताओं के अनुरोध पर बढ़ाई गई है, जिन्होंने रुचि पत्र (ईओआई) दाखिल करने के लिए कुछ और समय मांगा था। सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर बोलीदाताओं ने पूरी कंपनी के लिए बोली लगाई है।
RBI ने भंग किया था निदेशक मंडल
बता दें कि RBI ने 29 नवंबर को रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया था और अपनी तरफ से बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव को प्रशासक नियुक्त कर दिया था। इसके अगले ही दिन केंद्रीय बैक ने प्रशासक की मदद के लिए एक तीन सदस्यीय पैनल भी गठित कर दिया था। अनिल अंबानी की अगुआई वाली आरसीएल पर कर्ज भुगतान में चूक और कंपनी संचालन संबंधी कई गंभीर आरोप हैं।
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